लेखकों हेतु निर्देशः
  • भाषा :- शोध आलेख भाषिक एवं व्याकरणीय रुप से शुद्ध हिन्दी भाषा में होगें। यदि शोध पत्र में स्पष्टता का अभाव एवं समझने में कठिनाई होगी तो इसे निरस्त कर दिया जायेगा। अतः शोध आलेख की पाण्डुलिपि प्रकाशन हेतु प्रेषित किये जाने से पूर्व विषय से सम्बन्धित सामग्री/तथ्यों, साहित्यिक संरचना आदि का परीक्षण कर स्वंय संतुष्ट हो लेना उचित होगा, जिससे टंकण सम्बन्धी अशुद्धियां न रह जाय।
  • पाण्डुलिपि :- प्रकाशन हेतु प्रेषित की जाने वाली पाण्डुलिपि एम0एस0 वर्ल्ड (डण्ैण् ॅवतसक) के मंगल फाण्ट (डंदहंस थ्वदज) में 14 के फाण्ट साइज, 1.5 लाइन की स्पेसिंग के साथ ए-4 साइज पेपर पर उपयुक्त मार्जिन के साथ होनी चाहिए। लेख के सभी पृष्ठों पर पेज नम्बर स्पष्ट रुप से अंकित होना चाहिए। लेख में प्रयुक्त सारणियों एवं चित्रों को भी क्रमबद्ध रूप से पृष्ठांकित होना चाहिए। सारणियाँ एवं चित्र, टेक्स्ट में उनके प्रथम बार उद्यृता होने के स्थान पर दिया जाना चाहिए। (देखें परिशिष्ट-01)
  • शीर्षक पृष्ठ :- शीर्षक पृष्ठ पर निम्न बातें स्पष्ट रुप से होनी चाहिए-
    • शोध आलेख का शीर्षक;
    • लेखक का नाम;
    • लेखक की सम्बद्धता;
    • पत्राचार हेतु लेखक का नाम, पता, दूरभाष नं0 एवं ई-मेल
  • सारांश :- शोध-आलेख के प्रारम्भ में 250 शब्दों की सीमा के अंतर्गत दिया जाना आवश्यक है, जिसमें शोध पत्र के उद्देश्यों, प्रयुक्त विधियों, परिणामों एवं निष्कर्षो के प्रमुख बिन्दु समाहित होने चाहिए।
  • शब्द कुंजी :- सारांश के बाद आलेख में प्रमुख शब्दों को (जिनकी संख्या 6 से 10 तक हो) दिया जाना आवश्यक है ताकि आलेख के विषय की पहचान कर उसका अनुक्रमणीकरण किया जा सके।
  • संदर्भ- शोध आलेख में प्रयुक्त संदर्भो को निम्नानुसार ए.पी.ए. तरीके से दिया जाना हैः
    पुस्तक: तातेड़, सोहनराज, सुलोचना, साध्वी - गौड़, तेजसिंह (2014). युवाचार्य मधुकर मुनि के मानवता के अवदान, जयपुर, साहित्यागार।
    सिंहल, धर्मपाल - बद्दन, बलदेव सिंह (2005). संत साहित्य: विचार एवं विश्लेषण (प्रथम संस्करण), दिल्ली, एम.पी0 एस0 पब्लिशर्स।

    संपादित पुस्तक: परमार, एन.आर. (संपा.), (2008) समकालीन हिन्दी साहित्यः विविध परिप्रेक्ष्य (प्रथम संस्करण), वाराणसी, शिवांगी पब्लिकेशन हाउस।

    संपादित पुस्तक में अध्याय: अरगड़े, रंजना (2008). सिद्धान्त एवं विमर्श, परमार, एन.आर. (संपा.),समकालीन हिन्दी साहित्य: विविध परिप्रेक्ष्य (प्रथम संस्करण, पृष्ठ सं0 10-12), वाराणसी, शिवांगी पब्लिकेशन हाउस।

    ई-पुस्तक : माइकल, जे.ए; थॉमसन, एम - कोने, आर.पी. (2017). ए गाइड टू साइटेशन, ऑनलाइन प्राप्ति https://www.mendeley.com/reference-management/reference-manager

    ई-पुस्तक में अध्याय: ट्रॉय, बी.एन. (2015). ए. पी.ए. साइटेशन रूल्स , विलियन, एस.टी. (संपा.), ए गाइड टू साइटेशन रूल्स (द्वितीय संस्करण, पृष्ठ सं0 50-95), ऑनलाइन प्राप्ति https://www.mendeley.com/reference-management/reference-manager

    शोध पत्रिका आलेख: माइकल, जे.ए. (2017). साइटेशनः व्हाई इट इज सो इर्म्पोन्टेंट, मेन्डले जर्नल, 67 (2), 81-95 माइकल, जे.ए. (2017). साइटेशनः व्हाई इट इज सो इर्म्पोन्टेंट, मेन्डले जर्नल, 67 (2), 81-95 ऑनलाइन प्राप्ति https://www.mendeley.com/reference-management/reference-manager

    समाचार पत्र लेख: गुप्त, संजय (2021). स्वतंत्रता के 75वें वर्ष में संसदीय लोकतंत्र, दैनिक जागरण, संपादकीय, 15 अगस्त 2021, पृष्ठ संख्या 12।

    सामान्य पत्रिका:
    तिवारी, अंशुमान (2021). अंधेरी सुरंग, इण्डिया टुडे, 09 जून 2021, पृष्ठ संख्या 19

    चित्र:
    मिलाइस, जे.इ. (1851-1852). ओफेलिया (पेंटिग), ऑनलाइन प्राप्ति www.tate.org.uk/art/artworks/millais-ophelia-n01506

    चलचित्र:
    शिप्पी, जी.पी. (निर्माता) (1975). शोले, भारतः यूनाईटेड प्रोड्यूसर्स एवं शिप्पी फिल्मस्.

    टेलीविजन कार्यक्रम :
    नागपाल, अनिल; एवं गॉधी, अनिल (लेखक), पाटिल, आशीष; व अन्य (निर्देशक), (2000). क्यांेकि सास भी कभी बहू थी (टेलीविजन सीरियल), कपूर, एकता एवं कपूर, शोभा (निर्माता), भारत.स्टार प्लस।

    गीत:
    सामी, अदनान (2002). कभी नहीं (टी सीरीज द्वारा संकलित), भारतः टी-सीरीज (अक्टूबर 07)।

    वेबसाइट:
    तिवारी, कवीन्द (2019, जून 11), भारत मंे बाल मजदूरील की समस्या. ऑनलाइन प्राप्ति https://www.howandwhentoreference.com.

  • फुट नोटः- टेक्स्ट के बीच में आने वाले उद्धरणों का उनके क्रमानुसार अंकन किया जायेगा। शोध पत्र के शीर्षक को तारांकित किया जायेगा एवं उसकी सूचना शीर्षक पृष्ठ पर ही दी जायेगी।
  • अनुक्रम- सांख्यिकीय गणनाओं एवं ग्राफों में डाटा प्वाइंट के लिए प्रयुक्त अनुक्रम उनके टेक्स्ट में आने के अनुक्रम में दिये जायेंगे। दिये गये अनुक्रम की व्याख्या करते समय लेखकों को उनके नाम से उद्यृत किया जायेगा।
  • उद्धरण- आलेख में प्रयुक्त उद्धरण पुनरोत्पादन के दृष्टिकोण से उपयुक्त एवं टेक्स्ट को स्पष्ट एवं संक्षिप्त रुप से प्रस्तुत करने वाले होने चाहिए। चित्र के रुप में दी गई सूचनायें पाठ में पुनः दोहरायी नहीं जानी चाहिए। पाठ में आने वाले चित्र एवं ग्राफ हमेशा अंकों में ही दर्शाये जाने चाहिए एवं जे.पी.जी. (jpg) फारमेट में होने चाहिए।
  • गणितीय समीकरण- गणितीय समीकरण बिल्कुल स्पष्ट रुप से लिखे जाने चाहिए और यदि आवश्यकता हो तो टिपपणी दी जाय। ‘प्राइम एवं डाट्स‘ टाइप सेटिंग पर ध्यानपूर्वक सेट किये जाने चाहिए। अंग्रेजी के अक्षर स्, अरैबिक संख्या 1 एवं अंग्रेजी के छोटे एल (स) अक्षर का ध्यानपूर्वक प्रयोग किया जाना चाहिए। रुट साइन के स्थान पर भिन्नात्मक घातांकों का प्रयोग किया जाय और (/) चिह्न का प्रयोग ही भिन्नों को स्पष्ट करने के लिए किया जाये। सभी समीकरणों को क्रमबद्ध रुप से कॉलम के दाहिनी ओर इण्डो-अरैबिक संख्याओं में छोटे कोष्ठक ( ) में लिखा जाय।
  • आलेख की साहित्यिक चोरी संबंधी जॉच की जायेगी तथा इस तरह की कोई समस्या होने पर इसे दूर करने हेतु लेखों को वापस किया जायेगा।
  • शब्द सीमा :- आलेख/शोध-पत्र की शब्द सीमा अधिकतम 2000 शब्द की होगी। इस शब्द सीमा में सारांश सम्मिलित नहीं है।
  • पाण्डुलिपि प्रेषण हेतु ई-मेल researchjournal@uprtou.ac.in
  • प्रतिलिप्याधिकार :- इसके संदर्भ में निम्नवत् घोषणा पत्र लेखक द्वारा प्रस्तुत करना होगा :-

    घोषणा पत्र

    मैं/हम (प्रो./डॉ/श्री/सुश्री/श्रीमती) .............................................................(सम्बन्धित विश्वविद्यालय/कालेज/संस्थान का नाम) .......................................................................................................यह घोषणा करता/करती/करते हूँ/हैं कि प्रस्तुत आलेख मेरा स्वंय का कार्य है और किसी भी रूप में कॉपी राइट एक्ट 2012 का उल्लंघन नहीं करता है। जहाँ कहीं भी संदर्भ लिये गये हैं उन्हें कापी राइट एक्ट सेक्शन 107 के अन्तर्गत ‘फेयर यूज‘ के रुप में ग्रहण किया गया है तथा मूल लेखक/निर्माता को आवश्यक क्रेडिट दिया गया है।

    हस्ताक्षर ........................ ........................... .................... .......................
    नाम ............................. ............................ ...................... ........................
    पता ...................................................................................................................... .............................
    ई-मेल .................................................................................................................. ..................................
    मो0 नं0 ................... .......................... ....................... ............


    टिप्पणीः प्रथम लेखक को एक मुद्रित प्रति प्रदान की जायेगी। रिप्रिन्ट की आवश्यकता होने पर प्रति प्रिन्ट रु0 40/- देय होगा।